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मस्जिद मदरसा बीजेपी कैंपेन: लोकसभा चुनाव बस कुछ ही दिन दूर हैं और सभी पार्टियां जोर-शोर से तैयारी कर रही हैं. देश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ने भी चुनाव के लिए नई रणनीति बनाई है. लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोटरों को आकर्षित करने के लिए बीजेपी ने प्लान तैयार किया है. इस योजना के मुताबिक मस्जिद और मदरसे में भी चुनाव प्रचार किया जाएगा. खास तौर पर उर्दू और अरबी भाषा में अभियान चलाया जाएगा. मोदी सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए बीजेपी की ओर से मजारों, मस्जिदों और मस्जिदों का समर्थन किया जा रहा है. इस अभियान की शुरुआत उत्तर प्रदेश के लखनऊ से की गई है. 

मुस्लिम वोटों के लिए अभियान
बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा ने इस अभियान की शुरुआत दरगाह हजरत कासिम शहीद से की. इस अवसर पर उर्दू भाषा में 'मन की बात' पुस्तक का वितरण किया गया। पार्टी को लगता है कि इस अभियान से मुस्लिम समुदाय के बीच बीजेपी की पहुंच बढ़ेगी और उन्हें मोदी सरकार की योजनाओं की जानकारी भी मिलेगी. बीजेपी का भी मानना ​​है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में उसे फायदा होगा. 

मोदी सरकार की योजनाओं की जानकारी
बीजेपी जमीनी स्तर से लेकर अमीरों तक, ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी इलाकों तक और हर जाति-धर्म के लोगों तक मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी पहुंचाने की कोशिश कर रही है. मुस्लिम समुदाय को इन योजनाओं से अवगत कराने के लिए उर्दू और अरबी भाषा में प्रचार-प्रसार किया जाएगा. इसमें मुस्लिम समुदाय के लिए किए गए कार्यों का भी जिक्र होगा. बीजेपी नेताओं का मानना ​​है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के जरिए मुस्लिम समुदाय में भी उतने ही लोकप्रिय हैं. 

यह पहली बार है कि बीजेपी ने मुस्लिम वोटों को आकर्षित करने के लिए इस तरह का अभियान चलाया है . इस अभियान से लोकसभा चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर बढ़ाने में मदद मिलेगी. इस अभियान की शुरुआत उत्तर प्रदेश से की गई है. उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 80 लोकसभा सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 62, अपना दल को 2, बीएसपी को 10 और एसपी को 5 सीटें मिलीं. कांग्रेस को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा. इस बार बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में पूरी 80 सीटों का लक्ष्य रखा है. 

कांग्रेस-सपा गठबंधन
के बीच उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने भी तैयारी शुरू कर दी है. लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन का आधिकारिक ऐलान हो गया है. उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस 17 सीटों पर जबकि समाजवादी पार्टी 63 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.