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बुखार के लिए घरेलू उपचार: अगर आपका इम्यून सिस्टम भी कमजोर है और आपको बार-बार बुखार रहता है और बार-बार दवा लेनी पड़ती है तो चिंता न करें। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में बताते हैं जो बुखार को तुरंत कंट्रोल कर लेते हैं। यह नुस्खा दवा से भी ज्यादा कारगर साबित होता है। इस घरेलू उपाय को करने से कोई नुकसान नहीं होता है। 

प्रकृति ने हमें कई चीजें दी हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। इनमें से कुछ प्राकृतिक उपचारों का उपयोग बार-बार होने वाले बुखार को नियंत्रित करने के लिए भी किया जा सकता है। ऐसी चीजों का इस्तेमाल करने से कोई परेशानी नहीं होती है। यानी इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है. जहां तक ​​बुखार की बात है तो इस घरेलू उपाय को आजमाने से आपको बुखार की दवा भी नहीं खानी पड़ेगी। तो आइए हम आपको बताते हैं कि बुखार होने पर आप कौन से घरेलू उपाय अपनाकर ठीक हो सकते हैं। 

बुखार के लिए घरेलू उपचार 

-बुखार होने पर शरीर में पानी कम हो जाता है। इसलिए बुखार आने पर पानी पीना शुरू कर दें। अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी पिएंगे तो शरीर का तापमान भी नियंत्रण में रहेगा और विषाक्त पदार्थ भी शरीर से बाहर निकल जाएंगे। आप पानी में नींबू और शहद मिलाकर भी पी सकते हैं, इससे एनर्जी भी बनी रहेगी। 

-बुखार के दौरान आराम बहुत जरूरी है। जितना हो सके शरीर को आराम दें और सोने की कोशिश करें। अगर आपको पर्याप्त आराम मिलेगा तो शरीर को बीमारी से लड़ने की ताकत मिलेगी। 

-जब भी बुखार हो तो ठंडे पानी का शेक लेना चाहिए। यह बुखार कम करने का कारगर उपाय है। बुखार होने पर सिर, हाथ-पैरों पर ठंडे तेल की मालिश भी की जा सकती है और ठंडा पानी भी लगाया जा सकता है। 

-बुखार के दौरान शरीर की गर्मी बढ़ाने वाले कपड़े पहनने से बचें। बुखार में शरीर को ठंडा रखने के लिए सूती और ढीले कपड़े पहनें। 

-बुखार के दौरान भूखे रहने से बचें। भारी भोजन से भी बचें. बुखार होने पर हल्का खाना जैसे सूप, खिचड़ी और दलिया खाएं। 

-बुखार के दौरान अदरक का काढ़ा सबसे ज्यादा असरदार होता है। अदरक में औषधीय गुण होते हैं जो बुखार को कम करते हैं। एक कप पानी में अदरक का एक टुकड़ा उबालें और शहद के साथ पियें। 

-बुखार होने पर भी तुलसी फायदेमंद होती है। आप तुलसी के पत्तों को चबा भी सकते हैं या इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।